Monday, November 26, 2018

ग्रंथ

महान ग्रंथों से समृद्ध,
हमारी साहित्य परंपरा।
अनुपम ज्ञान-विज्ञान,
इन महान ग्रंथों में भरा।
वेद,पुराण, उपनिषद,श्रुति,
श्री मद्भागवत गीता,मनु स्मृति।
रामायण और महाभारत,
महान मनीषियों की महान कृति।
सांख्य,योग,न्याय,मीमांसा,
अनुपम दर्शन ग्रंथ प्रकाशा।
रघुवंश, मेघदूत,ऋतु संहार,
कालिदास की श्रेष्ठता का प्रसार।
रामचरितमानस अनुपम ग्रंथ,
रामभक्ति का प्रशस्त करें पंथ।
कृष्ण लीला का अनुपम चित्रण,
सूरसागर ग्रंथ में है इसका वर्णन।
शैव-दर्शन का करती बखान,
प्रसाद की कामायनी है महान।
उत्तम चरित्र,उत्तम मूल्य विभूषित,
धर्म-पथ,सत्कर्म सुशोभित,
व्याकरण,गणित, चिकित्सा।
अन्यान्य ज्ञान ग्रंथों में शोभित।
उत्कृष्ट ज्ञान के ग्रंथ महान,
करते हैं परंपरा का बखान।
संस्कृति की पहचान ये ग्रंथ,
दर्शन,ज्ञान-विज्ञान के पंथ।

अभिलाषा चौहान
स्वरचित


Saturday, November 3, 2018

ममता

ममता का संसार है व्यापक,
ममता का नहीं कोई मापक।
ममता की प्रतिमूर्ति है माँ,
मानव या किसी जीव की माँ।

ममता न देखे गोरा-काला,
ममता ने सृजन भार संभाला।
ममता जीव का पोषण करती,
ममता ही संस्कार है देती।

ममता न देखे अपना-पराया ,
ममता में संसार समाया।
ममता हृदय का सुंदर भाव,
ममता भर देती है घाव।

माँ ईश्वर की अनुपम रचना,
ममता उसका होता गहना।
ममता जीवन की अनुपम विभूति,
महिमा वर्णन वेद पुराण श्रुति।

ममता माँ की अद्भुत प्यारी,
देवता भी हैं इसके पुजारी।
ऐसा निर्मल भाव है मन का
शब्दों में महिमा न जाए उतारी।

अभिलाषा चौहान
स्वरचित